इस्लामिक जिहाद के प्रति जागरूकता हेतु सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन
सुन्दर कुमार (संपादक)-
राजधानी दिल्ली के फॉरेन क्रोस्पोंडेंट्स क्लब ऑफ साउथ एशिया में आयोजित एक प्रेस वार्ता में अखिल भारतीय संत परिषद के राष्ट्रीय संयोजक यति नरसिंहानंद सरस्वती जी व राष्ट्रीय सैनिक संस्था के राष्ट्रीय अध्यक्ष वीर चक्र विजेता कर्नल टी पी एस त्यागी जी ने अपने कुछ विशिष्ट साथियों के साथ इस्लामिक जिहाद की भयानकता के बारे में सम्पूर्ण विश्व में एक संदेश भेजने का प्रयास किया।
इस प्रेस वार्ता के माध्यम से यह संदेश भी भारत के सभी नागरिकों को दिया गया कि आप और हम भारतवर्ष के नागरिक हैं। इस देश की रक्षा करना और इसे अपनी आने वाली पीढ़ियों के रहने योग्य बनाना, ये हमारी अपनी जिम्मेदारी है। भारतवर्ष में बढ़ती हुई इस्लामिक जनसँख्या के कारण भारतवर्ष को 2029 में पहला मुस्लिम प्रधानमंत्री मिल जाएगा जिसके बाद यह देश बहुत तेजी से इस्लामिक होने की दिशा में बढ़ जाएगा। भारतवर्ष के इस्लामिक देश बनने के दो बहुत बड़े खतरे हैं, जिनके बारे में आज सम्पूर्ण मानवता विचार करना ही चाहिये।
1.इस्लामीकरण के बाद सम्पूर्ण भारतवर्ष में प्रत्येक गैर मुस्लिम अर्थात हिन्दू, ईसाई, बौद्ध, सिक्ख, जैन, यहूदी, पारसी तथा और जो भी कोई है, सुरक्षित नहीं रह पाएंगे।
2.अपने संसाधनों और जनसँख्या के बूते पर इस्लामिक भारत पूरी दुनिया के लिये सबसे बड़ा खतरा बनेगा।
इसलिए भारत के जिम्मेदार नागरिक होने के नाते हम यह समझते हैं कि इन दोनों खतरों को पूरी दुनिया के सामने लाया जाए ताकि सम्पूर्ण दुनिया हमारी समस्या को समझ सके और समाधान निकले।
इन दोनों समस्याओं पर विस्तृत चर्चा के लिये शिवशक्ति धाम डासना जिला गाज़ियाबाद,उत्तर प्रदेश में 20 और 21 फरवरी 2021 को प्रथम राष्ट्रीय सर्व धर्म सम्मेलन का आयोजन किया जा रहा है।
इस देश के सभी जिम्मेदार नागरिकों से अनुरोध है कि वो सब अपने अपने स्तर पर इस सम्मेलन में सहयोग करें और सम्पूर्ण मानवता की सुरक्षा सुनिश्चित करें।
प्रेस वार्ता में सरदार रविरंजन सिंह और विनोद सर्वोदय जी ने भी अपने विचार रखे।