क्या श्री बलराम जी शराबी थे ?
हम देखते हैं कि बलराम जी कौन हैं !! संकर्षणोपनिषत् के अनुसार बलराम जी शेषनाग के अवतार हैं। शेषनाग के अन्य अवतारों की चर्चा उसी उपनिषत् में श्रीराम जी के भाई लक्ष्मण, वैयाकरण पतञ्जलि, श्रीरामानुजाचार्य जी आदि के रूप में भी आई है। प्रत्येक देवता, जब एक सगुण अवतार या सगुण रूप धारण करता है, तो उसका एक गुण होता है। गुण का अर्थ यहां अच्छाई बुराई से नहीं है। गुण का अर्थ यहां सात्विक, राजस, एवं तामस गुणों से है। वैसे तो सभी देवताओं में सभी गुण होते हैं किंतु उसमें भी वे स्वभावतः एक गुण का प्रकाशन विशेष रूप से करते हैं।