महाविद्या मातङ्गी और कमला को जानिये
मातङ्गी महाविद्या
यह मतंग नाम के शिवजी की शक्ति है…..
कमला महाविद्या
यह धूमावती की प्रतिस्पर्धिनी है, धूमावती ज्येष्ठा है,तो यह कनिष्ठा है,धूमावती अवरोहिनी, तो यह रोहिनी, है, धूमावती आसुरी है तो यह दिव्या है।।।।।।।।धूमावती दरिद्रा, तो यह ही लक्ष्मी –स्वरूपा ।।।।।।(लक्ष्मी नव्हे)
कुछ अभी के ग्रन्थो में कुछ विद्वान कमला को ही लक्ष्मी कहते हैं, पर यह गलत है, लक्ष्मी यह विष्णु पत्नी है, अर्थात विष्णु की शक्ति है, ओर कमला “सदाशिव”नामक शिव की महाशक्ति है ,यह महारात्रि विद्या है,।
धूमावती (ज्येष्ठा)यह अवरोहिनी है,यह रोहिनी नक्षत्र के बराबर 180°रहती है, रोहिनी नक्षत्र पर जन्मी हुई व्यक्ति भाग्यवान होती है…….
इसी प्रकार से दश महाविद्याओ के तात्विक विवेचन संशिप्त रूप से किये है,इसमे कथा ,अनुभव,इत्यादि बातो का समावेश विस्तारभवास्तव कम किया है,प्रत्येक महाविद्या का विशिष्ट कार्य है, उसका उल्लेख विवेचन में आया ही है, तथापि इसका अर्थ ऐसा कदापि नही की वो वो महाविद्या अन्य कार्य नही करती ,सर्व महाविद्या सर्व कार्य कर सकती है, सिर्फ विशिष्ट कार्य याने उनका विशेषाधिकार(veto) हे यह समझे…….
अनिल गोविन्द बोकिल अखिलेश्वरनन्दनाथ भैरव(ज्ञानेंद्रनाथ)