दीपावली के संदर्भ में अध्यात्मशास्त्रीय जानकारी
सुरेश मुंजाल हिन्दू जनजागृति समिति वसुबारस अर्थात् गोवत्स द्वादशी – 25अकटुबर 2019 वसुबारस अर्थात् गोवत्स द्वादशी, दीपावली के आरंभ में
पूरा पढेंसुरेश मुंजाल हिन्दू जनजागृति समिति वसुबारस अर्थात् गोवत्स द्वादशी – 25अकटुबर 2019 वसुबारस अर्थात् गोवत्स द्वादशी, दीपावली के आरंभ में
पूरा पढेंअरुण उपाध्याय (धर्म शास्त्र विशेषज्ञ) दीपावली का महत्त्व-दीपावली के बाद कार्त्तिक शुक्ल पक्ष से कार्त्तिकादि विक्रम सम्वत् आरम्भ होता है
पूरा पढेंअरुण उपाध्याय (धर्म शास्त्र विशेषज्ञ) सनातन धर्म में पर्व परम्परा विश्व विदित है सबसे अधिक पर्व हमारे धर्म में ही
पूरा पढेंकृतिका खत्री (सनातन संस्था दिल्ली) करवाचौथ व्रतेन दीक्षामाप्नोति दीक्षयाऽऽप्नोति दक्षिणाम् । दक्षिणा श्रद्धामाप्नोति श्रद्धया सत्यमाप्यते ।। अर्थ : व्रत धारण
पूरा पढेंअरुण उपाध्याय (धर्म शास्त्र विशेषज्ञ ) आर्यभटीय में लिखा है कि उत्तर ध्रुव जल भाग पर तथा दक्षिणी ध्रुव
पूरा पढेंअरुण उपाध्याय (धर्म शास्त्र विशेषज्ञ ) (१) परात्पर पुरुष-यह मूल कारण है, जिसमें भेद नहीं होने के कारण इसका वर्णन
पूरा पढेंअरुण उपाध्याय (धर्म शास्त्र विशेषज्ञ ) कलि: शयानो भवति संजिहानस्तु द्वापर:। उत्तिष्ठन् त्रेता भवति कृतं संपद्यते चरन्।।-ऐतरेय ब्राह्मण भावार्थ- जो
पूरा पढेंश्री अरुण उपाध्याय(धर्म शास्त्र विशेषज्ञ) यह शक्ति की पूजा है। विश्व का मूल स्रोत एक ही है पर वह निर्माण
पूरा पढेंनिर्माता निर्देशक – सुन्दर कुमार कथानक/सम्पादन -डॉ.निशान्त सिंह विडियो एडिटर – प्रशान्त कुमार पार्श्व स्वर -चेतना त्यागी
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